एक बहरी महिला
किसी धनी आदमी की एक युवती पत्नी थी, जो वज्र बधिर थी। एक दिन प्रातःकाल जब वे लोग नाश्ता कर …
किसी धनी आदमी की एक युवती पत्नी थी, जो वज्र बधिर थी। एक दिन प्रातःकाल जब वे लोग नाश्ता कर …
एक ऊंचे पर्वत की चट्टान पर एक गरुड़ और चकवा की भेंट हुई। चकवा ने कहा, “नमस्कार, श्रीमान् ।” गरुड़ …
एक भव्य भवन रात्रि की नीरवता के पंखों के साए में इस तरह स्थित था, मानो मृत्यु के खोल में …
ज़ाद की सड़क पर चलते हुए एक पथिक की भेंट पास ही गांव के रहने वाले एक आदमी से हुई। …
रात्रि ने नगर पर अपने पंख फैला दिये और हिम ने उसे अपनी चादर में लपेट लिया। शीत के मारे …
सूर्य नगर को चन्द्रमा ने एक सुरम्य झीनी चादर से ढंक दिया और सम्पूर्ण जीव-जगत में निस्तब्धता छा गई। भयावने …
रात का भयानक सन्नाटा था। घने बादलों के गहरे आवरण के पीछे चांद और सितारे छिप गये थे और मैं …
एक दिन नबी शरीह को एक उद्यान में एक बालक मिला। बालक दौड़ा-दौड़ा उनके पास आया और बोला, “नमस्कार श्रीमान” …