नबी और बालक
एक दिन नबी शरीह को एक उद्यान में एक बालक मिला। बालक दौड़ा-दौड़ा उनके पास आया और बोला, “नमस्कार श्रीमान” …
एक दिन नबी शरीह को एक उद्यान में एक बालक मिला। बालक दौड़ा-दौड़ा उनके पास आया और बोला, “नमस्कार श्रीमान” …
मैं अपने यौवन काल में सुना करता था कि एक ऐसा शहर है, जिसके निवासी ईश्वरीय पुस्तकों के अनुसार धार्मिक …
विजयादशमी का त्योहार समीप है. बालक लोग नित्य रामलीला होने से आनंद में मग्न हैं. हाथ में धनुष और तीर …
संध्या की दीनता गोधूलि के साथ दरिद्र मोहन की रिक्त थाली में धूल भर रही है. नगरोपकंठ में एक कुएं …
सामने संध्या से धूसरित जल की एक चादर बिछी है. उस के बाद बालू की बेला है, उस में अठखेलियां …
रात हो चुकी थी और चारों ओर निस्तब्धता छाई हुई थी। सूर्यनगर में चेतना ऊंघ रही थी। जैतून और लारेल …
(देश-निकाले के बाद सीरिया का अकाल के समय यह लिखा गया है।) मेरे देशवासी मर चुके, किन्तु मैं अब भी …