पवित्र नगर
मैं अपने यौवन काल में सुना करता था कि एक ऐसा शहर है, जिसके निवासी ईश्वरीय पुस्तकों के अनुसार धार्मिक …
खलील जिब्रान ने अपने जीवन में अनेकों कहानियों की रचना की। इन कहानियों में इन्होंने समाज, व्यक्ति, धार्मिक पाखण्ड, वर्ग संघर्ष, प्रेम, न्याय, कला आदि विषयों को आधार बनाया। इनकी कहानियों में पाखण्ड के प्रति गहरा विद्रोह स्पष्ट परिलक्षित होता है। इसके अतिरिक्त इनके साहित्य में जीवन के प्रति गहरी | अनुभूति, संवेदनशीलता, भावात्मकता व व्यंग्य भी परिलक्षित होता है।
इन कहानियों को पढ़कर अनुभव होता है कि संसार में व्याप्त पीड़ा और विषमता के लिए स्वयं मनुष्य जिम्मेदार है और इन बुराइयों को दूर करने के लिए मनुष्य को स्वयं ही प्रयत्न करना होगा।
प्रस्तुत संकलन में खलील जिब्रान के उत्कृष्ट साहित्य में से चुनिंदा कहानियों को संकलित किया गया है। ये कहानियां न केवल पाठकों का मनोरंजन करेंगी वरन् उन्हें एक नयी दृष्टि प्रदान करेंगी, उनकी सोच को परिष्कृत करेंगी। ऐसा हमारा पूर्ण विश्वास है।
मैं अपने यौवन काल में सुना करता था कि एक ऐसा शहर है, जिसके निवासी ईश्वरीय पुस्तकों के अनुसार धार्मिक …
रात हो चुकी थी और चारों ओर निस्तब्धता छाई हुई थी। सूर्यनगर में चेतना ऊंघ रही थी। जैतून और लारेल …
(देश-निकाले के बाद सीरिया का अकाल के समय यह लिखा गया है।) मेरे देशवासी मर चुके, किन्तु मैं अब भी …
एक आदमी धूप में पड़ा सो रहा था कि उसके शरीर पर इधर-उधर घूमती तीन चींटियां उसकी नाक पर आ …