मौन में मुखर हुई, आई बूंदें December 15, 2022 by सतीश भट्ट मौन में मुखर हुई, आई बूंदें, वर्षा की कुछ बातें, बोलने लगीं। धारा को जैसे आंसुओं से सींचा केसे , … Read more