मौन में मुखर हुई, आई बूंदें
मौन में मुखर हुई, आई बूंदें, वर्षा की कुछ बातें, बोलने लगीं। धारा को जैसे आंसुओं से सींचा केसे , …
मौन में मुखर हुई, आई बूंदें, वर्षा की कुछ बातें, बोलने लगीं। धारा को जैसे आंसुओं से सींचा केसे , …
“बाबा यह कैसे बना? इस को किस ने बनाया? इस पर क्या लिखा है?” सरला ने कई सवाल किए. बूढ़ा …
श्यामसुंदर ने विरक्त हो कर कहा, “कला! यह मुझे नहीं अच्छा लगता.” कलावती ने लैंप की बत्ती कम करते हुए, …
जब बसंत की पहली लहर अपना पीला रंग सीमा के खेतों पर चढ़ा लाई, काली कोयल ने उसे बरजना आरंभ …
1. सल्मान आफंदी पैंतीस बरस का मर्द सुडौल शरीर, सुंदर पोशाक, चढ़ी हुई मूंछे, पांवों में चमकदार जूते और रेशमी …
उत्तरी लेबनान के एक गांव में शेख अब्बास नाम का एक बड़ा जमींदार रहता था। वह अपने को गांव का …
नवल और विमल दोनों बात करते हुए टहल रहे थे. विमल ने कहा “साहित्य सेवा भी एक व्यसन है.” “नहीं …